कोर्स_10_गतिविधि 1_अपने विचार साझा करें
अपनी कक्षा में किए जाने वाले व्यवहारों पर विचार
करते हुए, तीन विधियाँ/तरीके बताइए जिनमें आप अनेक आकलन व्यवहारों का संचालन करते हैं। क्या ये व्यवहार
आपके द्वारा नियोजित, निर्मित और क्रियान्वित किये गये हैं। अथवा
क्या ये विभिन्न स्तरों पर सरंचनाबद्ध हैं और विद्यालय प्राधिकरणों अथवा शिक्षा बोर्डों
द्वारा आप को प्रदान किये गये हैं? मान लीजिए आप इन मौजूदा आकलन
रणनीतियों को बदलना चाहते हैं, तो एक विकल्प सुझाइये जिसमें आप
अपनी स्वयं की योजना बना सकें और उसका क्रियान्वयन कर सकें और यह उच्च प्राधिकरणों
द्वारा दिशा-निर्देशित न हों।
अपनी कक्षा में किए जाने वाले व्यवहारों पर विचार करते हुए, तीन विधियाँ/तरीके बताइए जिनमें आप अनेक आकलन व्यवहारों का संचालन करते हैं।
ReplyDeletePortfolio के अतिरिक्त समूह आकलन,प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष आकलन।
Deleteमेरे द्वारा आकलन के लिए स्व आकलन, समकक्ष आकलन, समूह आकलन विधियों का यथास्थान उपयोग किया जाता है | पोर्टफोलियो आकलन बोर्ड के द्वारा निर्देशित है | यद्यपि ये रणनीतियाँ स्वयं काफी प्रभावपूर्ण हैं, परंतु व्यावहारिक स्तर पर इसको क्रियान्वित करने में कुछ असुविधाएँ सामने आती हैं | मैं मौजूदा आकलन रणनीतियों में विद्यार्थी के माता-पिता को भी भागीदार बनाना चाहूँगी तथा उसी परिप्रेक्ष्य में उनका आकलन करना चाहूँगी |
ReplyDeleteमेरे द्वारा आकलन के लिए स्व आकलन, समकक्ष आकलन, समूह आकलन विधियों का यथास्थान उपयोग किया जाता है | पोर्टफोलियो आकलन बोर्ड के द्वारा निर्देशित है | यद्यपि ये रणनीतियाँ स्वयं काफी प्रभावपूर्ण हैं, परंतु व्यावहारिक स्तर पर इसको क्रियान्वित करने में कुछ असुविधाएँ सामने आती हैं | मैं मौजूदा आकलन रणनीतियों में विद्यार्थी के माता-पिता को भी भागीदार बनाना चाहूंगा तथा उसी परिप्रेक्ष्य में उनका आकलन करना चाहूंगा |
ReplyDeletePeer group learning is must for them.
ReplyDeleteParents can also involved in learning.
मैं मौजूदा आकलन रणनीतियों में विद्यार्थी के माता-पिता को भी भागीदार बनाना चाहूंगा तथा उसी परिप्रेक्ष्य में उनका आकलन करना चाहूंगा |
ReplyDeleteमैं विद्यालय प्राधिकरण और शिक्षा बोर्ड सीबीएसई द्वारा निर्धारित हर आंकलन पद्धति का अपनी कक्षा में अनुप्रयोग करता हूँ- जैसे निर्धारित आवधिक आकलन, परियोजना कार्य पर आधारित आंकलन तथा सत्रांत परीक्षा द्वारा आंकलन आदि। इसके अतिरिक्त मै प्रतिदिन आज विद्यार्थियों ने क्या सीखा इसका आंकलन उसी दिन या समय न होने के कारण अगले दिन करके ही आगे का अध्यापन कार्य शुरू करता हूँ। साथ ही मेरे अध्यापन के फलस्वरूप छात्रों के व्यवहार में क्या परिवर्तन आया है निरीक्षण व अवलोकन विधि द्वारा इसका भी आंकलन करता हूँ । ये मेरी तरफ से अपना खुद का मूल्यांकन व आंकलन है और मैं इसकी समीक्षा भी करता रहता हूँ और इसके परिणाम स्वरूप अपने अध्यापन में परिवर्तन भी करता हूँ।
ReplyDeleteOpportunity for self assessment, peer assessment and group assessment are being carried out by me.The results of this practice is positive.
ReplyDeleteसमूह आकलन, प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष आकलन
ReplyDelete